मुख्यमंत्री झारखंड सरकार रांची झारखंड। विषय :- महाशय, निवेदन पूर्वक कहना है कि मैं अभियुक्त अजय प्रसाद पिता स्व हीरामन साव ग्राम पोस्ट रसोइया धमना थाना बरही जिला हजारीबाग राज्य झारखंड का निवासी हूं। सदयंत्र के साथ मुझे मुजरिम बनाया गया है यह झुठी आरोप हैं। मेरे घर परिवार वालो को अपहरण करते छीन झापड़ कर मार कर फेक दीए प्राप्त हुवा कंकाल बॉडी जो अब तक अपहरण हो चुके अनलोगों का नाम:- 1)श्री दीपन साव पिता स्व कोकिल नायक (चाचा जी है।) 2)श्री संतोष साव पिता श्री दीपन साव (चचेरा भैया है।) 3)श्री संजय साव पिता श्री दीपन साव ( चचेरा भाई है।) 4)अजय प्रसाद पिता स्व हीरामन साव (स्वम) 5)गाड़ी से कुचल दीए स्व नारायण साव पिता श्री टीलो साव 6) अन्य 7) पुलिस के द्वारा प्रमाण किया गया फील्ड में पाया गया कंकाल (लास) संतोष साव पिता श्री दीपन साव, ग्राम+पोस्ट रसोइया धमना का है। 8)डरा धमाका कर लगभग सवर्ण किरण कोशकी भाभी से लिए 16 लाख रूपए लेना। 9)डरा धमाका कर चल अचल सम्पत्ति पर अधिकार मांगने के लिए कागजों पर हस्ताक्षर करवालिए। 10)आते जाते रास्ते में गाड़ी से छीचन लेना और मरना झुठी आरोप लगाना, हवालात में बंद कर के मरना और जबरन बंद करवाना। 11)कई जगहों पर अभियुक्त को घरों में बंद कर के रखे कई बार दुकान में तोड़फोड़ किए। गोदाम के तले तोड़ घुसें। 12) कोर्ट में कंप्लेंट केस केस किया गया 16.09.2019 को कंप्लेंट केस नंबर 2303/2019 है। और कोर्ट प्रमाण करती है मुहर से 07.09.2019 हुआ है। 13) कंप्लेन आचिका में पारा 2 पर एक दूसरे के साथ दोस्ती का मामला है तो धारा 376 कैसे प्रमाण किए? 14) इतनी संगीन मामला जो रेप हुआ और थाना वाले पीड़िता का केस नही लिए, थाने वालो को डर नही लगा आई पी सी 166 के तहत हमलोग को जेल जाना पड़ेगा। कही ऐसा तो नहीं बलात करी थाना वालो ने ही की है क्योंकि थाना प्रभारी राजकुमार सहा, रोहित कुमार, अमोद झा, थाना मुंशी रवि कुमार मकान मालिक भी रवि कुमार पिता श्यामदेव राम निवास लोहशिघना थाना से एक किलो मीटर दूर कोलघट्टी झिलनागर हजारीबाग चोहड़ी एफ आई आर 168/19 लोहशिघना थाना में है। 15) अभियुक्त अजय प्रसाद के प्रति लोहशिघना थाना कांड संख्या 168/2019 हजारीबाग में दर्ज किया गया है। 16) यदि अभियुक्त अजय प्रसाद के द्वारा घटना घटी होती तो इस घटना का जांच होती, इस घटना का जांच टेबल पर हुवी। 17) पीड़िता की मेडिकल भी नही करवाई गई। 18) पीड़िता के मां गवाह न 01 चंपा देवी को घटना की पूरी जानकारी है लेकिन गवाही में बोली की पीड़िता मेरी बेटी है 25 अगस्त को 2019 को लोहशिघना थाना झील नगर कोलघट्टी में किराए के मकान में अजय प्रसाद गुप्ता मेरी पीड़िता बेटी को बुलाया और शारीरिक संबंध बनाने का कोशिश किया था बेटी बोली बच्चा रह जाएगा तो उसका जिमेदारी कौन लेगा पीड़िता की मां कहती है अभियुक्त अजय प्रसाद मेरा दामाद है। दिनांक 25 अगस्त 2019 को 10:00 बजे दिन में थाना गए थे । 19) अभियुक्त ने अपने पक्ष से गवाही दिलवाया 20 अगस्त 2019 से 6 नवंबर 2019 तक ग्राम भंडारों स्कूल का चार दिवारी बाउंड्री का काम करवा रहे थे यह बयान राजेंद्र प्रजापति ग्राम लश्करी का है और यह भी बताएं कि वहां सुधीर पंडित, बोधराज मेहता भी साथ में उसी सकूल में रात दिन रहते थे। Note आदि अभियुक्त कभी भी घटना स्थल के कोलघट्टी झील नगर हजारीबाग गया नही तो थाना लोहशिघना केस कैसे अभियुक्त पर किया। 20) अभियुक्त ने अपने पक्ष से दूसरी गवाही दल वाएं जो दामोदर महल मंडल की अध्यक्ष द्रोपति देवी ने बेयन में कहे की अभियुक्त अजय प्रसाद ने आज तक कभी भी दामोदर महिला मंडल बरही में काम नहीं किया है मैं दामोदर महिला मंडल की लेटर पैड पर भिलिखित देती हूं। 21) गिरफ्तार करने से पहले किसी भी प्रकार का कोई जानकारी नहीं दीए और अधि रात को पुलिस नसे से धुत घर में घुसे गिरफ्तारी कागज पूछे जाने पर कई तरह गंदी भासा प्रयो करने लगे। 22) डरा धमाका कर पेपरों पर हस्ताक्षर करवाए, उशके बाद जन से मरवाने की लिए कुछ लोग को बुलाई। पीड़िता अपनी बयान में कही है जली मैरेज सर्टिफिकेट कोर्ट से बनवाई हूं। 23) जाली पेपर बनाई गई पेपर का नाम:- 1) शादी कर्ड,:- 26/06/2013 2) कोर्ट मैरिज सर्टिफिकेट, -JHMRC/2020/01929 Date:-12/11/2020 3) राशन कार्ड No. :- 202800039905 4) मजिस्ट्रेट से सत्यापित पत्र Magistrate Ramgardh 93-14/02/2020 Ajay prasad 5) मजिस्ट्रेट से सत्यापित पत्र Magistrate Ramgardh 75-07/01/2021 Ajay prasad 6) सदर हॉस्पिटल रामगढ़ से बर्थ सर्टिफिकेट Date of Birth of Mahi Gupta D/o of Sanjay Saw 498- 05/07/2014 7)अन्य इन सारी जली कागज बनाने के लिए कितने लोग समर्थन दिए। 24) धारा 195 के तहत जली कागज बना कर अभियुक्त को सजा करने के जुर्म में इन सभी पर यह धारा लागू होती है। कोयो जली पेपर बनाने में समर्थन दिए और बनवाए। 25) RTI उपयुक्त महोदया हजारीबाग, दामोदार महिला मंडल बरही में अजय प्रसाद वर्ष 2010 से 2015 तक में काम किया है या नही किया है तो भुगतान का भी विवरण दे। 26) RTI प्रथम अपील सूचना अधिकार अधिनियम 2005 उपायुक्त महोदया हजारीबाग, दामोदार महिला मंडल बरही में अजय प्रसाद वर्ष 2012से 2014 तक में काम किया है या नही किया है तो भुगतान का भी विवरण दे। रसीद संख्या 59F 857926 दिनांक 30/01/2024 है। 27. उपायुक्त महोदय हजारीबाग को दनांक 30 जनवरी 2024 को आवेदन दिए पर उन्होंने जिला ग्रामीण विकास भेजे। है। 28. सूचना अधिकार अधिनियम 2005 उपयुक्त महोदय हजारीबाग को आवेदन मांगा गया थाना प्रभारी के द्वारा यह पुष्टि की गई की गई अजय प्रसाद लव सीखना थाना के मुंशी रवि कुमार पिता श्यामदेव राम निवास कोलकाता झील नगर के मकान में लंबे समय से रह रहा था वहां प्रीत को बुलाकर रेप करने का प्रयास किया गया ऐसा आरोप लगाए हैं थाना प्रभारी राजकुमार शाह रोहित कुमार आमोद झा एवं रवि कुमार मुंशी। दिनांक 25 अगस्त 2019 को अभियुक्त ने प्रीत को रवि कुमार के घर में बुलाकर रेप करने का प्रयास किया। उपायुक्त कार्यालय विधि शाखा केंद्र में आवेदन सोपा गया दिनांक 28 फरवरी 2024 को। पोस्टल आर्डर रिसिप्ट संख्या 91G-95 8004 तिथि 28.02.2024 को। 29. सूचना अधिकार अधिनियम 2005 यह कैसे कंप्लेंट केस है जिसके कारण जिला न्यायाधीश महोदय से मांगी गई वर्ष 2 वर्ष 1 जनवरी 2019 से वर्ष 30 दिसंबर 2021 तक का थाना लोहशिघना का कर्मचारियों और वाहन की जानकारी दिया जाय। पोस्टल आर्डर संख्या 91G-958064 तिथि 02/03/2024 है। यह रजिस्ट्री किया गया है indian post office training - RJ397435772IN है। 30. पुलिस उप महा निरीक्षक महोदय हजारीबाग को दिनांक 13 मार्च 2024 को उनके कार्यालय में मिलकर आवेदन दिए। 31. आयुक्त महोदया उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल हजारीबाग कार्यालय को 13 मार्च 2024 को आवेदन दिए। 32. प्रथम अपील सूचना अधिकार अधिनिया 2005 के तहत उपायुक्त महोदय हजारीबाग को दिनांक 19 मार्च 2024 को दिए। साथ में सहायक जन सूचना अधिकारी पर पत्र भी संलग्न किए। ज्ञापांक संख्या 649 तिथि 14 अप्रैल 2024 पुलिस अधीक्षक का कार्यालय हजारीबाग। 33. कार्यालय जन सूचना पदाधिकारी व्यवहार न्यायालय हजारीबाग ज्ञापांक 15 दिनांक 1 4 2024 संलग्न मूल्य पोस्ट ऑर्डर संख्या 91G 958064 वापस भेजा गया था जिसे मैं पुनः प्रथम अपील की तौर पर व्यवहार न्यायालय को संलग्न पेपर के साथ दुबारा दिनांक 8 अप्रैल 2024 को रजिस्ट्री किया गया रजिस्ट्री संख्या EJ833683879IN तिथि 08/04/2024 को है। 34. सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत उपयुक्त महोदय रामगढ़ को शपथ पत्र का नकल (सेटिस्फाइड) कॉपी मांगा गया जिसकी उल्लेख इस प्रकार किया है, पोस्टल आर्डर संख्या 91G-958065 है। तिथि 8 अप्रैल 2024 को पोस्ट ऑफिस से रजिस्ट्री किया गया। 1)संख्या 75 तिथि 7 जनवरी 2021, नाम अजय प्रसाद कुंदरू रामगढ़ के नाम से दर्ज है। (रजिस्टार ऑफिस के यहां), छाया कॉपी सलग्न है । 2) संख्या 93 तिथि 14 फरवरी 2020 नाम अजय प्रसाद कुंदरु रामगढ़, के नाम से दर्ज है। रजिस्टार ऑफिस रामगढ़ छाया कॉपी संलग्न है। 35. प्रथम अपील सूचना अधिकार अधिनियम 2005 के तहत जिला न्यायाधीश महोदय हजारीबाग को किया गया जिसकी पोस्टल आर्डर संख्या 91G-958064 है भारतीय डाक संख्या EJ833683879IN तिथि 8 अप्रैल 2024 को कया गया। 36. प्रथम अपील सूचना अधिकार अधिनियम 2005 के तहत उपायुक्त महोदया हजारीबाग को दिनांक 8 अप्रैल 2024 को किया गया। कार्यालय से प्राप्त पेपर संलग्न किया गया। अतः श्रीमान से निवेदन है कि उपरोक्त कथनों पर ध्यान देते हुए उचित कार्यवाही करने की कृपा करें। हम निवासियों सुरक्षित रह सके और जीवन ज्ञापन कर सके।

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Tuesday, 15 April 2025

Tarkeshwar soni

 



































दो लाख का सोने का जेवर झांसा देकर दूकान से ले गया है।
इसके बारे में कोई जानकारी हो तो कृप्या शेयर करें।🙏


स्वयं का नाम विपीन‌ बतलाया।
इस्कॉन में‌ फूल टाईम स्वयंसेवक हूं,ऐसा बतलाया,दास प्रभु एवं‌ श्याम प्रभु से नजदीकी बताई।
बातों-बातों में सामान लेकर दूकान से निकला। तुरंत फोन लगाया तो बोला एक घंटे में औनलाईन पेमेंट कर दे रहा हूं।आज दोपहर बारह बजे की घटना है।लाल रंग की मोटरसाइकिल है। गया मानपुर का रहने वाला बता रहा था।
Pleace help🙏

Jewar कैसे लेकर गया जरा डिटेल में बताए ओर यही वह लड़का है और कौन सा शॉप से लेकर गया


मैं तारकेश्वर सोनी, (योग प्रशिक्षक दि आर्ट ऑफ लिविंग) मेसर्स अमरनाथ एंड संस ज्वेलर्स बंगाली दुर्गा स्थान चौक हजारीबाग।
मेरा MA का एग्जाम है इसलिए मैं घर पर पढ़ाई कर रहा था।
इस लड़के का फोन आया कि मुझे सोने का जेवर लेना है। मैंने बेटा को दुकान खोलने के लिए भेज दिया। क्योंकि सोमवार होने की वजह से दुकान बंद थी। 
फिर उसके सम्मान में मैं भी थोड़ी देर के लिए दुकान चला गया। 
 सामान पसंद और पैक होते ही मैं घर चला आया,क्योकि  मेरी परीक्षा चल रही है।
इधर इस लड़के ने मेरे बेटे से कहा कि पापा से बात हो गई है और वह सामान लेकर दुकान से निकला। 
उसके निकलते ही मेरे बेटे ने मुझे फोन किया कि सामान दे दिए हैं। मैंने कहा कि पेमेंट ? 
उसने कहा पापा से बात हो गई है, ऐसा  उसने कहा। 
मैंने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है। पेमेंट ले लो उधार की कोई बात नहीं है।
उस समय से उनसे संपर्क किया जा रहा है।वह कि  बोले एक घंटा में अकाउंट में पैसा भेज दे रहे हैं। लेकिन अभी तक पेमेंट नहीं आया। रात्रि 10:00 बजे के बाद उसने मोबाइल में बात करना भी छोड़ दिया। अब मोबाइल बंद है।

*मैं संस्था के माननीय सदस्यों से विनम्र आग्रह करूंगा संस्था के प्रति मेरे हृदय में अगाध श्रद्धा है*।
*कृपा कर मेरा सहयोग करें*।😌🙏

तारकेश्वर जी आप अपना फोटो भेजिए और उस लड़के का जिसने आपका जेवर लेकर भागा है


हरे कृष्ण 

कृपया ध्यान दें
दिनांक 14 अप्रैल को लगभग दोपहर 12 बजे, एक व्यक्ति जिसने अपना नाम "विपीन" बताया, अपने आपको हरे कृष्ण मंदिर का फुल टाइम स्वयंसेवक बताकर, श्रीमान दास गदाधर प्रभु एवं श्यामव्रजविलस प्रभु से निकटता का हवाला देते हुए, दो लाख रुपये मूल्य के सोने के आभूषण अमरनाथ ज्वेलरी दुकान जो कि तारकेश्वर सोनी जी का है, से बातचीत में विश्वास में लेकर निकल गया।

ये व्यक्ति कुछ दिनों से *गौरव कुमार* के नाम से हरे कृष्ण मंदिर में रह रहा था। चुकी मंदिर में चैतन्य महोत्सव के लिए स्वयंसेवकों की आवश्यकता थी इसलिए इसे रख लिया गया था। उसने मंदिर से भी भगवान के कुछ मूल्यवान आभूषण चुरा लेने की बात सामने आ रही है। ओर मंदिर में भी कुछ वित्तीय हानि हुई है।

उसने कहा कि वह गया, मानपुर का रहने वाला है और लाल रंग की मोटरसाइकिल पर आया था।
बाद में फोन पर कहा कि "एक घंटे में ऑनलाइन पेमेंट कर दूंगा", परंतु अभी तक कोई भुगतान नहीं हुआ है।

*महत्वपूर्ण बात:*
*यह व्यक्ति 2-3 महीने पहले मंदिर में आया था और चैतन्य महोत्सव के समय कुछ सेवा में दिखा, लेकिन हरे कृष्ण मंदिर या गौरांग सेवा फाउंडेशन या श्रीमान दास गदाधर प्रभु या श्रीमान श्यामव्रजविलास प्रभु से उसका कोई स्थायी या आधिकारिक जुड़ाव नहीं है।*

यदि किसी को इस व्यक्ति की जानकारी हो या उसे कहीं देखा हो, तो कृपया तुरंत हरे कृष्ण मंदिर से संपर्क करें।
आपकी जानकारी से अन्य लोग भी सतर्क हो सकते हैं।


कृपया इस संदेश को अधिक से अधिक शेयर करें।
धन्यवाद।



हरे कृष्ण मंदिर समिति 
हजारीबाग


सावधान! ये लड़का महाराष्ट्र में भी सक्रिय है।🙏


संस्थान से सहयोग अपेक्षित है।



रातु रोड की घटना ? को सार्वजनिक करते हुए संस्था की ओर से पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई जाय।🙏


हरे कृष्ण 
सावधान 
यह व्यक्ति अपना नाम *गौरव कुमार (जहानाबाद, गया, बिहार)* बता कर पिछले 3 महीनों से हरे कृष्ण मंदिर, हजारीबाग में रह रहा था। ये पिछले 3 दिनों से मंदिर के संपर्कों को ओर मेरे (श्यामव्रजविलस दास)नाम को इस्तमाल कर के कई भक्तों से लाखों रुपएकी संपत्ति लेकर लापता है। सभी लोग इससे सावधान रहे और ये व्यक्ति कही पर दिखे तो कृपया जानकारी देने का कष्ट करें।


हरे कृष्ण 

अमरनाथ ज्वेलर ठगी संबंध में.

जैसा कि आप सभी जानते है कि जो लड़का अपना नाम *गौरव कुमार* बताकर *14 अप्रैल को* दोपहर लगभग 12 बजे अमरनाथ ज्वेलर के मालिक *तारकेश्वर सोनी* को अपनी मीठी बातों से बहला फुसलाकर ओर खुद का परिचय हरे कृष्ण मंदिर, गौरांग सेवा फाउंडेशन का स्थायी सदस्य बता करीब करीब *2 लाख रुपए का सोना लेकर भाग गया था*।

जिसकी जानकारी तारकेश्वर सोनी से संस्था व्यवस्थापन को काफी समय बाद प्राप्त हुई थी और अपनी गलती को छुपाने के लिए तारकेश्वर सोनी ने संस्था के ऊपर ही गलत इल्ज़ाम लगाना शुरू किया। संस्था के खिलाफ प्रेस में भ्रामक बयान, फेसबुक पर गलत पोस्ट करना बाजार में संस्था के विरुद्ध दुर्भावना पूर्ण बातें फैलाना आदि बातें होने लगी।

आप सभी जानते है कि मंदिर एक सार्वजनिक स्थान होता है जिसमें हजारों किस्म के लोग अपने जीवन को सुधारने के लिए जुड़ सकते है जिनमें से एक गौरव कुमार भी था इन सभी लोगों के बाहरी व्यक्तिगत कार्योंकलापों की जिम्मेदारी मंदिर प्रबंधन या संस्था नहीं उठा सकती है. 
फिर भी मंदिर ने यथा संभव सोनीजी को सहायता प्रदान की.
1. लड़के का आधार कार्ड तथा फोटो सौभाग्यवश मंदिर प्रबंधन के पास था जो सोनी जी को दिया गया जो पुलिस प्रशासन को देना चाहिए था.
2. मोबाइल नंबर जो 15 अप्रैल को रांची में ट्रैक हो रहा था उसके आधार पर मंदिर के भक्त इंसानियत के नाते सोनी जी के साथ रांची भी चले गए पुलिस प्रशासन को जानकारी दिए बिना। 

मंदिर को बताया गया कि गौरव के खिलाफ पुलिस में FIR फाइल की गई है जिसका बाद में पता चला कि वो कभी फाइल हुई ही नहीं। उल्टा संस्था के ऊपर ही लड़के के खिलाफ एफआईआर करने का जबरन दबाव बनाया जा रहा था। 

आप सभी को ज्ञात है कि मंदिर के मुख्य प्रबंधक श्रीमान श्यामव्रजविलास प्रभुजी के पिताजी का कुछ दिनों पहले  देहांत होने के कारण वे 23 मार्च से महाराष्ट्र थे। प्रभु जी लौटने पर इंसानियत के नाते सोनी जि से जब मिले तब तारकेश्वर सोनी जी का धमकी भरा वक्तव्य इस प्रकार था–"या तो हरे कृष्ण मंदिर हमे 2 लाख रु का भुगतान करे या हम इस संस्थान को उसके मंदिर के साथ हजारीबाग से जड़ से उठा के फेंक देंगे."

यह बात अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि समाज में बीते 8 वर्षों से आध्यात्मिक और नैतिक मूल्यों का प्रचार-प्रसार करने वाली संस्था को इस प्रकार बदनाम किया जा रहा है और उसके ऊपर कोई हानि न हो इसका भरी तनाव अब श्रीमान श्याम प्रभुजी पर था।

इसी दौरान 28 अप्रैल शाम 4 बजे तारकेश्वर सोनी का श्याम प्रभु को फोन आता है कि *गौरव को बिहार के जमुई गांव में पकड़ लिया है।*
किसने पकड़ा? स्वयं सोनी जी ने. कहा पकड़ा? किसी को बताइएगा नहीं जमुई में पकड़ा है. प्रशासन के साथ पकड़ा? नहीं मैने अकेले ही पकड़ लिया. ठीक है लेकिन उसे हजारीबाग जरूर लाएगा उसे हम पुलिस में देंगे. तो नहीं क्या पुलिस में दीजियेगा छोड़ दीजिए. क्यों? गरीब लड़का है रोने लगा तो मैने छोड़ दिया. ऐसे कैसे छोड़ दिया? रोने लगा तो मुझे दया आ गई मैने ही उसे 3000 रु भी दे दिए और सुधारने का एक मौका दिया. आपका जेवर मेला? ह उसने 70000 में एक सोने दुकान में गिरवी रखा था तो मैने ही पैसे देकर छुड़ा लिया और उसे रहम खा कर छोड़ दिया.

ये अभी तक का रिपोर्ट है।

*अब इस घटना के कुछ विचार करने योग्य संदेह जनक बिंदु?*

जिन बिंदुओं से पता चलता है कि मंदिर का भव्य आध्यात्मिक कार्य से गहरी ईर्षा और द्वेष कर संस्था को कुछ धर्म विरोधियों द्वारा सोनी जी के भोलेपन का इस्तेमाल कर हानि पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है. 

1. कोई साधारण व्यापारी भी पहचान के व्यक्ति को 5000 रु उधर देने में सैकड़ों बार सोचता है और इतने मंझे हुए व्यापारी होने के बावजूद तारकेश्वर सोनी जी ने केवल 1 महीना से परिचित व्यक्ति को बिना संस्था को संपर्क किए 2 लाख रु मूल्य का सोना बिना योग्य रसीद के संस्था का नाम पर केवल श्रद्धा के आधार पर देना? क्या ये तर्क संगत है?
3. माल लेकर भाग जाने पर तुरंत संस्था को खबर नहीं करना जब ठग का मोबाइल स्विच ऑफ होता है तब खबर करना।
4. मैने FIR कर लिया है (जो कि नहीं की थी) कह कर संस्था को FIR करने के लिए दबाव डालना.
5. संस्था की ओर से इतनी सहायता होने पर भी मार्केट में संस्था का नाम खराब करना।
6. न 2 लाख की हानि की खबर प्रशासन को है और न ही उसके मिलने की.
7. जिस अपराधी को पकड़ने का काम पुलिस नहीं कर पाई वो काम भोलेभाले तारकेश्वर सोनी जी ने अकेले ही हजारीबाग से 5 घंटे दूर जाकर अनजाने गांव में कर किया. कैसे?
8. ठगे जाने पर निर्दोष धार्मिक एवं आध्यात्मिक संस्था के ऊपर इतना गुस्सा की उसे उखाड़ कर फेंकने के लिए तैयार लेकिन अपराधी मिलने पर उसका बोला चेहरा देखकर उसे चॉकलेट बिस्कुट खाने के पैसे दे कर उसे बाइज्जत बारी कर छोड़ देना।
9. अपराधी मिलने पर किसी भी थाना में संपर्क नहीं करना ओर अपने से मैनेज करना.
10. वास्तव में कोई सामान गया भी है कि नहीं यह भी किसी को पता नहीं और वास्तव में कोई सामान मिल भी है कि नहीं यह भी किसी को पता नहीं.


इन सभी बातों से यह आशंका प्रबल होती है कि संभवतः गौरव कुमार और श्री सोनी के बीच कोई गुप्त समझौता या अन्य उद्देश्य था, जो योजना के अनुसार नहीं चला और अब उसका दोष मंदिर पर मढ़ा जा रहा है।

हम संस्था की प्रतिष्ठा और सत्य की रक्षा हेतु यह स्पष्टीकरण सार्वजनिक रूप से प्रस्तुत कर रहे हैं।

हरे कृष्ण मंदिर, झील
गौरांग सेवा फाउंडेशन











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